अधुरै रहेको संसार बदल्ने धोको ! |
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विद्यालय शिक्षा सुधारका केही सैद्घान्तिक पक्ष |
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जोडौं ज्ञान दिने र सीप दिने शिक्षा |
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त्यस्तो शिक्षक किन भएँ होला ? |
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एउटै कक्षामा १४ जना ‘फस्र्ट ब्वाय-फस्र्ट गर्ल’ ! |
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शिक्षक सरुवाः सुगमतिर सोहोरिंदै |
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जब शिक्षक–तयारी नै कमजोर हुन्छ. . . ! |
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सनातनी शिक्षा बजेटःके शिक्षा सुधारको गुञ्जायस छ ? |
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६० वर्षको तलबमान र पेन्सनको विकासक्रम |
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योगीको आत्मकथा ७० वर्षपछि पनि उत्तिाकै सान्दर्भिक |
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जेपी स्कूलको जग्गा लिज प्रकरण : विद्यालयका पदाधिकारी र व्यापारिक कम्पनीबीच हाकाहाकी मिलेमतो |
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शिक्षामा निरन्तर अन्योल किन र कहिलेसम्म ? |
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संस्थागत विद्यालयका चुनौती र अवसर |
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देवी मावि, बिर्तामोडः यसरी कमाउँदैछ हजारौंको हाईहाई ! |
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शिक्षकको आत्मसम्मान जिम्मेवारी कसको ? |
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विद्यालय पाठ्यक्रममा व्यवहारकुशल सीप के हो र किन ? |
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मेरो लेखनी म कसरी लेख्छु, किन लेख्छु |
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विधि, निमन्त्रणा, आशीर्वाद इत्यादि बुझाउने क्रियापद |
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जिज्ञासा र जवाफ |
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आख्यान पढेर असल भइन्छ ? |
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